The smart Trick of Subconscious Mind Power That Nobody is Discussing
पैगमà¥à¤¬à¤° सà¥à¤²à¥‡à¤®à¤¾à¤¨ ने मचà¥à¤›à¤° की जब यह पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ सà¥à¤¨à¥€ तो कहने लगे, "ठइंसान चाहनेवाले मचà¥à¤›à¤°! तà¥à¤à¤•à¥‹ पता नहीं कि मेरे शासनकाल में अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ का कहीं à¤à¥€ नामोनिशान नहीं है। मेरे राजà¥à¤¯ में जालिम का काम ही कà¥à¤¯à¤¾!
साधॠने आकाश-वाणी सà¥à¤¨à¥€ कि अà¤à¥€ थोड़ी ही दिन में लोग तà¥à¤à¤ªà¤° अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ करने लगते, और तà¥à¤à¥‡ कपटी और पà¥à¤°à¤ªà¤‚ची बताने लगते। कहते कि इसीलिठईशà¥à¤µà¤° ने इसकी यह दशा की है। वे लोग काफिर न हो जायें और अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ और à¤à¥à¤°à¤® में गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ न हो जायें, जनà¥à¤® के अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ ईशà¥à¤µà¤° से विमà¥à¤– न हो जायें, इसलिठहमने तेरा यह चमतà¥à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ कर दिया है कि आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ के समय हम तà¥à¤à¥‡ हाथ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर देते हैं। मैं तो इन करामातों से पहले à¤à¥€ तà¥à¤à¥‡ अपनी सतà¥à¤¤à¤¾ का अनà¥à¤à¤µ करा चà¥à¤•à¤¾ हूं। ये चमतà¥à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करने की शकà¥à¤¤à¤¿ जो तà¥à¤à¤•à¥‹ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कीह गयी है, वह अनà¥à¤¯ लोगों में विशà¥à¤šà¤¾à¤¸ पैदा करने के लिठहै। इसीलिठइसे उजागर किया गया है। ¬१
मचà¥à¤›à¤° ने कहा, "बेशक, आपका कथन सतà¥à¤¯ है, पर हमारे ऊपर कृपा-दृषà¥à¤Ÿà¤¿ रखना à¤à¥€ तो शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨ ही का काम है। दया कीजिठऔर दà¥à¤·à¥à¤Ÿ वायॠके अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से हमारी जाति को बचाइà¤à¥¤"
Subconscious mind is impacted negatively any time you say casual issues. Subconscious mind programming goes negatively after you do this. This results in being major hurdle in your life, in obtaining results in everyday life.
आओ, साहस करके नदी में उतरो। तà¥à¤® तो सरदार और आगे-आगे चलनेवाले हो, बीच रासà¥à¤¤à¥‡ में ठहरकर हिमà¥à¤®à¤¤ न हारो।"
"उस जगह का कूड़ा-करकट साफ कर देना और अगर वहां सील हो तो सूखी घास बिछा देना।"
हजरत मूसा ने बड़ी नरमी से उसे समà¤à¤¾à¤¯à¤¾, "तेरी इचà¥à¤›à¤¾ पूरी हो जायेगी, परनà¥à¤¤à¥ अचà¥à¤›à¤¾ यह है कि तू ईशà¥à¤µà¤° से डर और इस विचार को छोड़ दे, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शैतान की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से तà¥à¤à¥‡ यह खà¥à¤¯à¤¾à¤² पैदा हà¥à¤† है। वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ की विपतà¥à¤¤à¤¿ मोल न ले, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पशà¥à¤“ं की बोली समà¤à¤¨à¥‡ से तà¥à¤à¤ªà¤° बड़ी आफत आयेगी।"
हजरत उमर न फरमाया, "यह आग à¤à¤—वान के कोप का चिहà¥à¤¨ है और यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ कंजूसी की आग का à¤à¤• शोला हैं। इसलिठपानी छोड़ दो और रोटी बांटना शà¥à¤°à¥‚ करो। यदि तà¥à¤® à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में मेरी आजà¥à¤žà¤¾ का पालन करना चाहते हो तो मंजूसी से हाथ खींच लो।"
जलालà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ रूमी / चौधरी शिवनाथसिंह शांडिलà¥à¤¯
उस दà¥à¤–ियारे को पानी की धà¥à¤µà¤¨à¤¿ में इतना आननà¥à¤¦ आया कि वह दीवार में से ईंटें उखाड़कर पानी में फेंकने लगा। पानी की यह दशा थी, मानो वह कह रहा था कि ठà¤à¤¦à¥à¤° परà¥à¤·, à¤à¤²à¤¾ मेरे ईंटें मारने से तà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ लाà¤? पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ à¤à¥€ मानो अपनी दशा से यह पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ कर रहा था कि मेरे इसमें दो लाठहैं। इसलिठमैं इस काम से कà¤à¥€ हाथ नहीं रोकूंगा। पहला लाठतो पानी की आवाज का सà¥à¤¨à¤¨à¤¾ है। यह पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ के लिठरबाब (à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का बाजा) की आवाज से अधिक मधà¥à¤° है। दूसरा लाठयह है कि जितनी ईंटें मैं इस दीवार की उखाड़ता जाता हूं, उतना ही निरà¥à¤®à¤² जल के निकट होता जाता हूं, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस ऊंची दीवार से जितनी ईंटें उखड़ती जायेंगी, उतनी ही दीवार नीची होती चली जायेगी। दीवार का नीचा होना पानी के निकट होना है।"
बोला "महाराज! ईशà¥à¤µà¤° जानता है कि मà¥à¤à¥‡ खबर नहीं थी। ठदयालà¥, मà¥à¤à¥‡
ऊंट को दया आयी और कहा, "अचà¥à¤›à¤¾, मेरे कोहान पर चढ़कर बैठजा। इस तरह आर-पार होना मेरा काम है। तà¥à¤ जैसे हजारों को नदी पार करा चà¥à¤•à¤¾ हूं।"
जब उसकी विदा कर चà¥à¤•à¤¾ तो मौलवी से कहने लगा, "ठमहापà¥à¤°à¥à¤·! यह तो जाहिर और मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है कि तू धरà¥à¤®-शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का जà¥à¤žà¤¾à¤¤ है: परनà¥à¤¤à¥ तेरे साथी को सैयदपने का दावा निराधार है। तà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ मालूम, इसकी मां ने कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ किया?
यह जवाब सà¥à¤¨à¤•à¤° वह बेचारा पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ निराश होकर अपने पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤ªà¤¾à¤¤à¥à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ से लौट गया। बहà¥à¤¤ दिनों तक वियोग की आग में जलता रहा। अनà¥à¤¤ में उसे फिर पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤ªà¤¾à¤¤à¥à¤° से मिलने की उतà¥à¤•à¤£à¥à¤ ा हà¥à¤ˆ और उसके दà¥à¤µà¤¾à¤° पर चकà¥à¤•à¤° काटने लगा। कहीं फिर website काई अपमानसूचक शबà¥à¤¦ मà¥à¤‚ह से न निकल जाये, इसलिठउसने डरते-डरते कà¥à¤‚डी खटखटायी। पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤ªà¤¾à¤¤à¥à¤° ने à¤à¥€à¤¤à¤° से पूछा, "दरवाजे पर कौन है?"